हम जिये जा रहे है

इक पल का ये जीवन है
कैसे यहाँ जीना सीखूं
धुन्दला सा ये मंज़र है
सहमी सी खामोशी है
ये मेरी ज़िन्दगी
ये मेरी ज़िन्दगी बस इक खाब है
ये मेरी बंदगी हाँ इक राज़ है

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